सुयश राय कार्नेगी इंडिया में एक डिप्टी डायरेक्टर और फेलो हैं। उनका शोध आर्थिक सुधारों के राजनीतिक अर्थशास्त्र और भारत में सार्वजनिक संस्थानों के प्रदर्शन पर केंद्रित है। उनका वर्तमान शोध वित्तीय क्षेत्र, राजकोषीय प्रणाली और बुनियादी ढांचा क्षेत्र पर केंद्रित है।
राय राजनीतिक अर्थशास्त्र, वैचारिक प्रतिवाद, संस्थागत डिज़ाइन, प्रशासनिक प्रक्रियाओं, और आर्थिक विश्लेषण के दृष्टिकोण से भारतीय राष्ट्र राज्य के कामकाज को समझना चाहते हैं। उनका लक्ष्य अपने शोध को भारतीय समाज, राजनीति और अर्थव्यवस्था के आधुनिकीकरण की राजनीति के संदर्भ में रखना है।
राय ने राजकोषीय नीति, वित्तीय सुधारों, बैंकिंग रेगुलेशन, और बुनियादी ढांचा क्षेत्र की नीति से संबंधित कई पेपर प्रकाशित किए हैं। उन्होंने अलग-अलग कई लोकप्रिय मीडिया आउटलेट्स में कई लेख और अपने विचार प्रकाशित किए हैं।
कार्नेगी इंडिया के साथ जुड़ने से पहले, राय नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस एंड पॉलिसी (एनआईपीएफपी) में फेलो थे, जहां उन्होंने फाइनेंशियल रेगुलेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर रेगुलेशन, फिस्कल मैनेजमेंट, और पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन के क्षेत्रों में काम किया। उन्होंने विश्व बैंक के कंसल्टेटिव ग्रुप टू असिस्ट द पुअर (सीजीएपी), और भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के साथ सलाहकार के पदों पर काम किया है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग की वित्तीय फर्मों के रिजॉल्यूशन पर कोड तैयार करने वाली समिति और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की आधार-आधारित सेवाओं के मूल्य निर्धारण पर समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया है।
राय इसके पहले द्वार ट्रस्ट (पहले आईएफएमआर ट्रस्ट) के साथ और आईसीआईसीआई बैंक के प्रबंधक के रूप में भी काम कर चुके हैं। उनके पास मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा और कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएट की डिग्री है। उन्हें जोखिम प्रबंधन और व्यवसाय मूल्यांकन में प्रशिक्षण प्रमाणपत्र भी मिला है।